जन्म- 28 दिसम्बर 1952 (आयु 66) नई दिल्ली मृत्यु- 24 अगस्त 2019 AIMS दिल्ली राजनैतिक पार्टी भारतीय जनता पार्टी आवास – नई दिल्ली विद्या अर्जन -बी.कॉम. (आनर्स), एल एल.बी, श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स, दिल्ली विश्वविद्यालय व्यवसाय- राजनेता पेशा- वरीय अधिवक्ता सुप्रीम कोर्ट धर्म- हिन्दु राजनैतिक कार्यकाल – भारत के वित्त मंत्री कार्यकाल 26 मई 2014 – 30 मई 2019 भारत के रक्षा मंत्री कार्यकाल 26 मई 2014-9 नवम्बर 2014
साहस और उत्साह भर देने वाले कुछ अनमोल सुविचार
हेल्लो, नमस्कार पाठकों ! आज मैं अनमोल-सोच हिंदी पर कुछ साहस और उत्साह सम्बंधित सुविचार साझा कर तह हूँ, आशा करता हूँ, की ये साहस और उत्साह सम्बन्धित सुविचार आपको जरुर पसंद आयेंगे. अच्छा लगे तो अपने दोस्तों के साथ भी इसे साझा कर दीजियेगा. साहस और उत्साह भर देने वाले कुछ अनमोल सुविचार जिनके हृदय में उत्साह होता है, वह पुरुष कठिन से कठिन कार्य आ पड़ने पर भी
मिल्खा सिंह – फ्लाइंग सिख
मिल्खा सिंह का जन्म 8 अक्टूबर 1935 को लायलपुर (अब पाकिस्तान में) में हुआ था। उन्होंने देखा कि भारत-पाक विभाजन के समय उनके माता-पिता और रिश्तेदारों की उनकी आंखों के सामने हत्या कर दी गई। 12 साल की उम्र में वह अपनी जिंदगी बचाने के लिए भाग निकले और खुद को भारत जाने वाली ट्रेन में शवों के पीछे छिपा लिया। मिल्खा के भाई मलखान सिंह ने 1952 में उन्हें
अपनी सीमाओं को बढ़ा कर बड़ी मंज़िलों को हासिल कीजिये
अपनी सीमाओं को बढ़ा कर बड़ी मंज़िलों को हासिल कीजिये। अलग अलग लोग सफलता को अलग अलग तरीकों से देखते हैं। लेकिन सफलता को जान पाना बहुत मुश्किल है। सालों से लोगों ने सफलता पाने के लिए आसान कोशिश की है लेकिन ज़्यादातर लोग इसमें असफल रहे। ज़्यादातर लाइफस्टाइल गुरु पुराने आइडियाज के सेल्स मैन होते हैं जिन्हे सफलता के सारे स्लोगन्स पता हैं लेकिन उन्हें लोगों को सफलता की
समाज की बनायीं गयी बेड़ियों को आज ही तोड़ दीजिए
यह समाज हमें नीयमों के हिसाब से जीना सिखा देता है। क्या आपको याद है कि बचपन में जब आपने अपने पैरेंट्स की बात मानी थी तब आपको शाबाशी मिली थी? क्या आपको याद है कि जब आपने उनकी बात मानने से इंकार किया था तो आपको सजा मिली थी? हम में से ज्यादातर लोगों के साथ ऐसा ही होता है। हमें बचपन से ही बेड़ियों में जकड़ कर रखा
आर्टिस्ट बनना चाहते हैं, तो यह पोस्ट आपके लिए है
आर्टिस्ट बनना चाहते हैं, तो यह पोस्ट आपके लिए है कलाकार एक बहुत ही खूबसूरत सब्जेक्ट है. इसमें हम दुनिया को अपने नजरिए से देखते हैं और उसे बनाकर अपनी भावनाओं को जाहिर करते हैं। एक महान कलाकार अपने नजरिए की वजह से महान बनता है लेकिन अगर आप एक अच्छे कलाकार होने के बाद भी अच्छा पैसा नहीं कमा पा रहे हैं तो यह अनमोल-सोच पर आज का लेख
ख़ुशी नही दोगुनी ख़ुशी कैसे प्राप्त करें
ख़ुशी नही दोगुनी ख़ुशी कैसे प्राप्त करें- एक कहानी हेल्लो दोस्तों नमस्कार, आज मैं अनमोल-सोच डॉट इन पर एक छोटी-सी कहानी शेयर कर रहा हूँ. मुझे विश्वास है की यह कहानी आपको अच्छी लगेगी. ऐसा मैं इसलिए कह रहा हूँ की इस कहानी में हम यह जानने वाले हैं की हम ख़ुशी नहीं दोगुनी ख़ुशी को किस तरह से प्राप्त कर सकते हैं,तो चलिए अब हम जानते हैं इस छोटे
विश्व मलेरिया दिवस पर विशेष लेख- मलेरिया बुखार
यह एक संक्रामक रोग है तथा अधिकतर वर्षा ऋतु में फैलता है. चुकी यह रोग मच्छरों से फैलता है, इसीलिए वर्षा ऋतु में ही ज्यादा बढ़ता है यह मच्छर पानी के गड्ढों, पोखरों, नालियों आदि के रुके हुए पानी में बैठते हैं. इन्हीं में मलेरिया फैलाने वाले “एनाफिलीज” मच्छर भी होते हैं. ये मच्छर मलेरिया रोगी के खून को चूस लेते हैं यही परजीवी युक्त मच्छर जब किसी स्वस्थ व्यक्ति
बिकाऊ नहीं जागरूक मतदाता बनिये- एक लघुकथा
जागरूक मतदाता बनें दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र बोले तो हमारे देश का आम चुनाव अगले ही महीने में 17वें लोकसभा के रूप में होने वाला है. इस बार के लोकसभा चुनाव में 90 करोड़ वोटर चुनाव के द्वारा अपने सही सरकार का चुनाव करेंगे. मतदान को लेकर अपने हक़ के प्रति जागरूक रहे. आप मतदाता हैं, यानी सरकार को चुनने में आपका वोट बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. आप
आप स्मार्ट हैं या सबसे बड़े बेवकूफ- आइये जाने
आप स्मार्ट हैं या सबसे बड़े बेवकूफ अगर आपको(मुझे ) यह लग रहा है की आपके हाथ में smartphone आ गया तो आप(हम ) स्मार्ट हो गये तो, आपसे(हमसे) बड़ा बेवकूफ इस दुनिया में कोई दूसरा हो ही नही सकता. होगा भी तो उतना नही जितना हम और आप हैं? आपको यह बात जान लेनी चाहिए की आज के टेक्नोलॉजी के Age में Smartphone बहुत से लोगों को बेवकूफ
- 1
- 2
- 3
- …
- 5
- Next Page »