Best antivirus for windows 11 in India | एंटीवायरस क्या है और कैसे काम करता है?
पिछले पोस्ट में हमने रैनसमवेयर वायरस के बारें में चर्चा किया था और उससे जुडी सारी जानकारियां प्राप्त किया था. इस प्रकार आपको अपने कंप्यूटर या स्मार्टफ़ोन को साइबर अटैक व वायरस से बचाने के लिए एंटीवायरस की जरूरत पड़ेगी. आज हम आपको कुछ ख़ास एंटीवायरस के बारे में बताएँगे. जिसका उपयोग कर आप अपने सिस्टम व डाटा को सुरक्षित रख सकते हैं. आशा करता हूँ आपको यह जानकारी पसंद आएगी.

एंटीवायरस क्या है? (What is Antivirus)
पाठकों एंटीवायरस एक तरह का सॉफ्टवेयर होता है, जिसे प्रायः एंटी-मैलवेयर के नाम से भी जानते है. अगर आप एक कंप्यूटर या स्मार्टफोन यूजर हैं तो इसका उपयोग भलीभांति जानते होंगे. इसका प्रयोग वायरस सॉफ्टवेयर का पता लगाने, उनके प्रभाव को रोकने और हटाने के लिए किया जाता है. अगर आप मुफ्त एंटीवायरस का उपयोग करते हैं तो आपको कुछ सिमित विकल्प मिलते हैं और अगर हम प्रो प्लान्स का इस्तेमाल करते हैं तो सभी तरह के विकल्प का यूज़ कर सकते हैं.
इस डिजिटल युग में कई प्रकार के मैलवेयर या वायरस मौजूद है जिसका उपयोग हैकर्स सिक्यूरिटी को तोड़ने के लिए करते हैं. कंप्यूटर वर्म्स, रैनसमवेयर वायरस, ट्रोजन्स हॉर्स इस तरह के कई वायरस मौजूद है.
अब आपके मन में यह सवाल उठ रहा होगा की आखिर ये वायरस आते कहाँ से हैं? जब आप इन्टरनेट का उपयोग करते हैं तो इसके माध्यम से आप डाटा का लेनदेन करते हैं, ईमेल प्राप्त करते हैं, इन्टरनेट ब्राउज़िंग करते हैं. इसी दौरान ये ख़तरनाक वायरस आपके सिस्टम में घुस जाते हैं और आपके अनुमति के बिना आपके डेटा को अपने कंट्रोल में ले लेते हैं. पिछले लेख में हमने रैनसमवेयर वायरस के बारे में चर्चा किया था जो आपके सिस्टम के नियंत्रण को अपने हाथ में ले लेता है और उसके बदले आपसे फिरौती की मांग करता है. आशा करता हूँ यह (Best antivirus for windows 11 in India)जानकारी आपको पसंद आ रही होगी. आगे पढ़ना जारी रखें….
एंटीवायरस कितने प्रकार के होते हैं? (How Many Types of Antivirus in Hindi)
इन दिनों बाजार में कई प्रकार के एंटीवायरस Available हैं, परन्तु इन सभी तरह के एंटीवायरस को हम 3 भागों में क्लासिफाइड करते हैं, जो इस प्रकार हैं:
- क्लाउड-बेस्ड एंटीवायरस सॉफ्टवेयर या प्रोग्राम
- सिक्यूरिटी सॉफ्टवेयर या प्रोग्राम और
- स्टैंडअलोन एंटीवायरस सॉफ्टवेयर या प्रोग्राम
आइये एक एक करके इन सभी के बारे में विस्तार से जानते हैं की यह कैसे काम करते हैं और इनके फायदें क्या हैं?
#1 क्लाउड-बेस्ड एंटीवायरस सॉफ्टवेयर या प्रोग्राम(Cloud-based antivirus software or programs):
क्लाउड एंटीवायरस की डेटा प्रोसेसिंग आपके कंप्यूटर या सिस्टम में नही होता है. इसका प्रोसेसिंग कहीं अलग जगह पर होता है जहाँ आपको इन्टरनेट के साथ जुड़ना होता है. अगर हम साफ-साफ शब्दों में कहें तो इस प्रकार के एंटीवायरस का डेटा प्रोसेसिंग क्लाउड सर्वर के द्वारा होता है. इस दो चीजें होती हैं: 1. क्लाइंट और 2. वेब सर्विसेज : क्लाइंट का मतलब यह हुआ की आपके कंप्यूटर या सिस्टम में एक प्रोग्ग्राम होगा जिसे आप एंटीवायरस भी बोल सकते हैं. अब आप सोच रहे होंगे की इसका यूजर इंटरफ़ेस अलग होगा लेकिन ऐसा नही है इसका भी इंटरफ़ेस बाकी सभी एंटीवायरस की तरह ही होता है. लेकिन डाटा प्रोसेसिंग, एनालिसिस का सारा काम क्लाउड सर्वर के तरफ से होता है.
क्लाउड बेस्ड एंटीवायरस सॉफ्टवेयर एक क्लाउड कंप्यूटिंग का ही हिस्सा होता है. इस एंटीवायरस की सबसे खास बात यह है की इसे आपको अपडेट करने की जरूरत नही होती है. क्योंकि जब भी आप ऑनलाइन आते हैं तो आपका एंटीवायरस प्रोग्ग्राम (क्लाइंट प्रोग्राम) अपने और से उस क्लाउड सर्वर के साथ कनेक्ट हो जाता है और अपडेट हो जाता है.
#2 सिक्यूरिटी सॉफ्टवेयर या प्रोग्राम (Security software or program):
दोस्तों यह एंटीवायरस सामान्य एंटीवायरस की तुलना में काफ़ी एडवांस्ड माना जाता है क्योंकि यह सॉफ्टवेयर वायरस का पता लगाने और उसे रिमूव करने के आलावा आपके सिस्टम में मौजूद फाइल्स को 24/7 सुरक्षा प्रदान करता रहता है. विंडोज ऑपरेटिंग सॉफ्टवेयर और कुछ विशेष प्रोग्राम पैकेज के साथ में Anti-Spyware, Firewall जैसे फीचर पहले से उपलब्ध होते हैं.
#3 स्टैंडअलोन एंटीवायरस सॉफ्टवेयर या प्रोग्राम (Standalone Antivirus Software or Programs):
इस प्रकार के एंटीवायरस सॉफ्टवेयर को पोर्टेबल एंटीवायरस सॉफ्टवेयर के नाम से भी जानते हैं, क्योंकि इसे USB Drive से भी इनस्टॉल करा जा सकता है. यह एक अलग प्रकार का सॉफ्टवेयर होता है जिसका उपयोग विभिन्न प्रकार के वायरस का पता लगाने और उन्हें रिमूव करने में किया जाता है. इसके आलावा इसका यूज़ एडमिनिस्ट्रेटर्स द्वारा संक्रमित सिस्टम का इमरजेंसी स्कैनिंग रन करने के लिए इस्तेमाल में किया जाता है. इस तरह के एंटीवायरस आपके सिस्टम के लिए रियल टाइम सुरक्षा प्रदान नही करते हैं.
एंटीवायरस कैसे काम करता है? (How does antivirus work)
एंटीवायरस के पास एक ऐसा डेटाबेस होता है जिसमें वायरस के सिग्नेचर मौजूद होते हैं. जब भी एंटीवायरस हमारे सिस्टम को स्कैन करता है तो वह अपने डेटाबेस में उपलब्ध वायरस की जानकारी से से हमारे कंप्यूटर में मौजूद सभी फाइल्स की तुलना करता है अगर कोई फाइल या प्रोग्राम किसी भी तरह के वायरस से मैच करता है तो वह उस फाइल या प्रोग्राम को वायरस समझ लेता है और हमें जानकारी दे देता है.
जिसे हम एंटीवायरस के जरिये रिपेयर कर सकते हैं या उस फाइल या प्रोग्राम को अपने सिस्टम से डिलीट कर सकते हैं. एंटीवायरस को समय समय पर अपडेट करते रहना चाहिए जिससे की हमारा एंटीवायरस नए डेटाबेस के साथ अपडेट हो सकते.
Best Antivirus for Windows 11 in India (कंप्यूटर और स्मार्टफोन के लिए कुछ खास एंटीवायरस की लिस्ट)
अब हम सेक्शन में यह जानेंगे की विंडोज 11 के लिए बेस्ट एंटीवायरस सॉफ्टवेयर कौन-कौन से हैं. इसमें कुछ एंटीवायरस सोग्त्वारे फ्री होंगे तो कुछ प्रीमियम आप अपनी ब्स्जत के हिसाब से इन एंटीवायरस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर सकते हैं. आपको यह लेख कैसे लग रहा है अंत में जरुर बताएं और हमारे टेलीग्राम चैनल से भी जुडें! पढ़ना जारी रखें…
#1 Avira Free Antivirus (Free):
मैंने अपने पुराने लैपटॉप में इस एंटीवायरस का उप्तोग किया जिसमें मैं विंडोज 7 उसे करता था, यह काफ़ी अच्छा वर्क करता है. आप इसका इस्तेमाल विंडोज 11 में भी कर सकते हैं, लेकिन आपको विंडोज 11 में पहले से ही विंडोज डिफेंडर मिलता है जो काफ़ी हद तक सही रहता है. आप अविरा एंटीवायरस को निचे दिए गए लिंक से डाउनलोड कर सकते हैं यह कोई Affiliate लिंक नही है नार्मल लिंक है.
#2 McAfee एंटीवायरस- Best antivirus for windows 11 in India

SN | Benefits |
01 | Work on Windows, Android, iOS, Apple ✔ |
02 | Protects an unlimited number of devices ✔ |
03 | Allows you to fix security issues remotely ✔ |
04 | Removes malware or your money back ✔ |
05 | Almost no false/positives were recorded ✔ |
06 | Prevents scam attempts in their tracks ✔ |
07 | Includes an encrypted folder for document storage ✔ |
#3 Norton Security

SN | Benefits |
01 | Work on Windows, Android, iOS, Apple, ✔ |
02 | Detects viruses without raising false flags ✔ |
03 | Backs up data and stores it in the cloud ✔ |
04 | Protects usernames and passwords ✔ |
05 | Prevents hackers from infiltrating your system✔ |
06 | Allows you to manage your devices from an online portal ✔ |
07 | Prevents and helps you to recover from identity theft ✔ |
#4 Bitdefender Antivirus

SN | Benefits |
01 | Work on Windows, Android, iOS, Apple ✔ |
02 | Highly rated virus detection capability ✔ |
03 | Includes a basic package with premium features ✔ |
04 | Chat safely on popular social networks ✔ |
05 | Surf the web safely and anonymously ✔ |
06 | Extends battery life on laptops and tablets ✔ |
07 | Protects mobile devices from physical theft ✔ |
#5 Kaspersky Antivirus- Best antivirus for windows 11 in India in Hindi

SN | Benefits |
01 | Work on Windows, Android, iOS, Apple ✔ |
02 | Features a robust scanning and detection system ✔ |
03 | Undoes damage caused by virus infection Protects children from harmful content ✔ |
04 | Cleans and optimizes your computer ✔ |
05 | Protects data from theft and accidental loss or damage ✔ |
06 | Feature-rich, mid-range package ✔ |
#6 panda Antivirus

SN | Benefits |
01 | Work on Windows, Android, iOS, Apple ✔ |
02 | Prevents virus infections from USB drives ✔ |
03 | Spots dangerous processes with ease ✔ |
04 | Identifies potential security risks in public Wi-Fi networks Strong encryption for your private files ✔ |
05 | Allows you to store essential documents in the cloud ✔ |
06 | Cleans and optimizes your computer ✔ |
एंटीवायरस का इतिहास (History of Antivirus in Hindi)
जानकारी के लिए आपको बता दूँ 70 के दशक में पहला वायरस खोजा गया था, जिसका नाम “क्रीपर” था और उस समय मेनफ्रेम कंप्यूटर काफ़ी प्रचलित था, जिसे यह वायरस नुकशान पहुंचाता था.
परन्तु 80 के दशक तक कंप्यूटर वायरस का शुरुआती दौर था लोग इससे पूरी तरह वाकिफ़ नही थे और ना ही इनके हमले से होने वाले नुकशान के बारे में जानते थे. लेकिन 90 का दशक आते आते बहुत से हैकर्स और प्रोग्रामर्स डेटा चोरी करके पैसे कमाने लगें. और धीरे धीरे ये उनका पेशा बन गया.
काफ़ी प्रयास करने के बाद 80 के दशक में ही RAY TOMLINSON के द्वारा द रीपर के नाम से पहला एंटीवायरस बनाया गया. यह एंटीवायरस सॉफ्टवेयर सिर्फ क्रीपर वायरस को ही मारने में सक्षम था.
विश्व का पहला एंटीवायरस सॉफ्टवेयर या प्रोग्राम को बनाने वाला एक नही दो बन्दे थे. एक का नाम एंड्रियास लुईस और दुसरे का नाम काई फ़िगेज था. ये दोनों “जी डेटा सॉफ्टवेयर” के संस्थापक थे. इन्हीं दोनों ने पहली बार सन 1987 में “Atari ST कंप्यूटर प्लेटफॉर्म के लिए “Virus Scan” नामक एंटीवायरस का निर्माण किया था. आपको जानकर आश्चर्य होगा की इस एंटीवायरस को जिस सॉफ्टवेयर कंपनी के द्वारा बनाया गया था उसका नाम McAfee था. आज मार्किट में यहीं एंटीवायरस सॉफ्टवेयर काफ़ी प्रचलित है.
एंटीवायरस के फ़ायदे व नुकशान (Advantages and Disadvantages of Antivirus)
आज के “Best Antivirus for Windows 11 in India” नामक इस लेख में हमने एंटीवायरस क्या है, ये कितने प्रकार के होते हैं औरयह कैसे काम करता है जाना. लेकिन इन एंटीवायरस के कुछ फायदें तो कुछ नुकसान भी है जिसे हमने निचे दिए गए टेबल में परिभाषित किया है:
SN | Antivirus के फ़ायदे | Antivirus के नुकशान |
01 | एंटीवायरस आपके कंप्यूटर या स्मार्टफोन को सुरक्षित रखता है | एंटीवायरस के इस्तेमाल से आपके सिस्टम की स्पीड कम हो जाती है |
02 | एंटीवायरस आपके सिस्टम को स्पाईवेयर से बचाता है जिससे आपके क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड बैंक डिटेल्स की गोपनीयता बरक़रार रहती है | एंटीवायरस को अपडेट करने के लिए आपको हर साल पैसे खर्च करने पड़ते हैं |
03 | एंटीवायरस स्पम्मी ईमेलस को ब्लॉक कर देता है | यह आपके डेटा को पूरी तरह सिक्योर नही कर पाते है |
04 | सभी एंटीवायरस सॉफ्टवेयर में फ़ायरवॉल होता है | प्रत्येक एंटीवायरस में कोई एक कमी जरुर होती है |
05 | इन्टरनेट ब्राउज़िंग के दौरान आपको वायरस अटैक से बचाता है | |
06 | एंटीवायरस 500 से 1000 रूपये में एक साल के लिए मिल जाता है |
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आशा करता हूँ आपको इस “Best antivirus for windows 11 in India in Hindi” नामक लेख में सटीक और सही जानकारी दे पाया हूँ. अगर इसके बाद भी इस लेख में कोई त्रुटी हो तो हमें कमेंट के माध्यम से जरुर बताये ताकि हम इसमें सुधार कर सकें. अपनी राय या सुझाव भी हमें कमेंट कमेंट के द्वारा जरुर दें!
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